Ba 5th semester Sociology question with answers
Paper Classical Sociological Thoughtशास्त्रीय समाजशास्त्रीय विचार
शास्त्रीय समाजशास्त्रीय विचार सामाजिक सिद्धांतों और अवधारणाओं की नींव रखते हैं, जो समाज के संरचना और कार्य को समझने का प्रयास करते हैं। इसमें प्रमुख रूप से कार्ल मार्क्स, मैक्स वेबर और इम्युएल ड्यूर्केम जैसे विचारक शामिल हैं। मार्क्स ने वर्ग संघर्ष और आर्थिक संरचना पर जोर दिया, जबकि वेबर ने शक्ति, वैधता और ब्यूरोक्रेसी पर ध्यान केंद्रित किया। ड्यूर्केम ने समाज की संरचना, सामूहिक चेतना और सामाजिक तथ्य की अवधारणाएँ प्रस्तुत कीं। ये विचारक समाज की जटिलताओं को समझने के लिए महत्वपूर्ण सिद्धांतों का निर्माण करते हैं, जो समाजशास्त्र के अध्ययन में मील का पत्थर बने।
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Paper Research Methodology in Social Sciencesसामाजिक विज्ञान में अनुसंधान पद्धति
सामाजिक विज्ञान में अनुसंधान पद्धति समाज और मानव व्यवहार का अध्ययन करने के लिए विश्लेषणात्मक और व्यवस्थित दृष्टिकोण प्रदान करती है। इसमें गुणात्मक (qualitative) और मात्रात्मक (quantitative) अनुसंधान विधियाँ शामिल हैं। गुणात्मक अनुसंधान में साक्षात्कार, विचार-विमर्श, और केस अध्ययन जैसे उपकरणों का उपयोग किया जाता है, जबकि मात्रात्मक अनुसंधान में आँकड़ों, सर्वेक्षणों और सांख्यिकीय विश्लेषण का सहारा लिया जाता है। अनुसंधान प्रक्रिया में परिभाषा, समस्या चयन, डेटा संग्रहण, विश्लेषण और निष्कर्षों का प्रस्तुतीकरण महत्वपूर्ण होते हैं। यह विधि सामाजिक घटनाओं के कारण, प्रभाव और समाधान को समझने में मदद करती है और नीति निर्माण में योगदान करती है।