Global Groupings and Agreements in Hindi

Global Groupings and Agreements in Hindi

क्षेत्रीय और वैश्विक समूह एवं भारत (Regional & Global Groupings and Agreements) 

🔷 परिचय (Introduction)

आज के वैश्वीकृत युग में अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में क्षेत्रीय और वैश्विक समूहों की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। भारत भी विभिन्न आर्थिक, सामरिक, तकनीकी और राजनीतिक मंचों पर भागीदारी कर रहा है जिससे राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा, विकास, वैश्विक भूमिका, और रणनीतिक पहुंच सुनिश्चित हो सके।

📚 मुख्य क्षेत्रीय और वैश्विक समूह जिनमें भारत शामिल है या जिनसे भारत प्रभावित होता है

🔶 क्षेत्रीय समूह (Regional Groupings)

  1. सार्क (SAARC – South Asian Association for Regional Cooperation)
  • सदस्य: भारत, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, अफगानिस्तान
  • उद्देश्य: दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय सहयोग
  • स्थिति: भारत-पाक तनाव के कारण निष्क्रिय

🔹 UPSC हेतु बिंदु: SAARC को पुनर्जीवित करने की चुनौतियाँ, BIMSTEC का विकल्प के रूप में उभरना

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  1. BIMSTEC (Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation)
  • सदस्य: बंगाल की खाड़ी से सटे 7 देश (भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, म्यांमार, थाईलैंड)
  • उद्देश्य: आर्थिक सहयोग, कनेक्टिविटी, आतंकवाद विरोध
  • भारत का उद्देश्य: “Act East Policy” और “Neighbourhood First” के माध्यम से संपर्क बढ़ाना

🔹 महत्त्व: SAARC की तुलना में अधिक सक्रिय, चीन को संतुलित करने का मंच

  1. शंघाई सहयोग संगठन (SCO)
  • सदस्य: भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, मध्य एशियाई देश
  • उद्देश्य: आतंकवाद विरोध, ऊर्जा सहयोग, सुरक्षा
  • भारत की स्थिति: अवरोध और अवसर दोनों, चीन-पाक की मौजूदगी चुनौती
  1. ASEAN (Association of Southeast Asian Nations)
  • भारत भागीदार (Dialogue Partner)
  • “Act East Policy” का मुख्य आधार
  • भारत-ASEAN FTA, सांस्कृतिक एवं समुद्री सहयोग
  1. IORA (Indian Ocean Rim Association)
  • भारत का उद्देश्य: SAGAR नीति के तहत हिंद महासागर क्षेत्र में नेतृत्व
  • समुद्री सुरक्षा, व्यापार, मछली पालन, नीली अर्थव्यवस्था

🔶 वैश्विक समूह (Global Groupings)

  1. BRICS (Brazil, Russia, India, China, South Africa)
  • उद्देश्य: विकासशील देशों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था
  • New Development Bank (NDB)
  • भारत के लिए अवसर: चीन पर संतुलन, वैकल्पिक वित्तीय तंत्र

🔹 UPSC बिंदु: भारत और चीन के मतभेद, BRICS+ विस्तार की चुनौतियाँ

  1. G20 (Group of Twenty)
  • सदस्य: दुनिया की 85% GDP
  • उद्देश्य: वैश्विक आर्थिक नीति समन्वय
  • भारत ने 2023 में सफलतापूर्वक G20 अध्यक्षता की
  • भारत ने “वसुधैव कुटुंबकम्” का संदेश दिया

🔹 महत्त्व: वैश्विक नेतृत्व में भारत की भूमिका बढ़ी है

  1. QUAD (Quadrilateral Security Dialogue)
  • सदस्य: भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया
  • उद्देश्य: Indo-Pacific में स्वतंत्रता और कानून का शासन
  • चीन की आक्रामकता के विरुद्ध सामरिक संतुलन

🔹 भारत के लिए महत्त्व: चीन को संतुलित करना, टेक्नोलॉजी साझेदारी

  1. UN और उसकी एजेंसियाँ (UNO, UNSC, UNESCO, WHO आदि)
  • भारत UNSC में स्थायी सदस्यता की माँग कर रहा है
  • भारत ने UN Peacekeeping में अग्रणी भूमिका निभाई
  • WHO में कोविड काल में वैक्सीन मैत्री नीति
  1. WTO (World Trade Organization)
  • भारत का WTO में कृषि सब्सिडी, MSP, IPR पर मतभेद
  • विकासशील देशों के अधिकारों की रक्षा
  1. IAEA, MTCR, NSG, Wassenaar, Australia Group
  • भारत की तकनीकी, परमाणु और रक्षा क्षेत्र में स्वीकार्यता बढ़ी
  • NSG में प्रवेश अब तक नहीं मिला (चीन की आपत्ति)

📋 भारत के लिए इन समूहों का महत्त्व

क्षेत्र लाभ
सुरक्षा आतंकवाद विरोध, समुद्री सुरक्षा, सामरिक संतुलन
आर्थिक निवेश, व्यापार, FTA, मुद्रा स्थिरता
रणनीतिक शक्ति संतुलन, चीन/पश्चिम का विकल्प
वैश्विक नेतृत्व G20 अध्यक्षता, BRICS, UN Peacekeeping
क्षेत्रीय एकता SAARC, BIMSTEC, IORA जैसे मंचों से जुड़ाव

🚧 भारत के सामने चुनौतियाँ

  1. चीन का बढ़ता प्रभाव (SCO, BRICS, SAARC पर असर)
  2. SAARC का ठप होना
  3. भारत की आत्मनिर्भरता और FTA के बीच संतुलन
  4. RCEP से बाहर रहना सही या ग़लत?
  5. UNSC स्थायी सदस्यता की राह कठिन

📚 UPSC उत्तर लेखन के लिए संरचना (Answer Writing Structure)

प्रश्न: भारत के लिए क्षेत्रीय व वैश्विक समूहों की भूमिका का मूल्यांकन करें।

  1. परिचय – वैश्वीकरण और भारत की विदेश नीति
  2. मुख्य भाग
    • क्षेत्रीय समूहों में भारत की भूमिका
    • वैश्विक मंचों पर भारत की रणनीति
    • प्रमुख उदाहरण (G20, QUAD, BRICS आदि)
  3. लाभ और चुनौतियाँ
  4. संतुलन और सुझाव – रणनीतिक स्वायत्तता, नेतृत्व
  5. निष्कर्ष – भारत को बहुपक्षीयता के साथ सक्रिय रहना चाहिए

🧠 प्रश्न अभ्यास (UPSC Practice Questions)

  1. क्षेत्रीय सहयोग समूहों में भारत की भूमिका का मूल्यांकन करें।
  2. BRICS और SCO जैसे मंचों में भारत की भागीदारी की प्रासंगिकता पर चर्चा करें।
  3. भारत की “Act East Policy” ASEAN और BIMSTEC को कैसे प्रभावित करती है?
  4. G20 में भारत की अध्यक्षता के दौरान हुई उपलब्धियों का विश्लेषण करें।
  5. भारत द्वारा RCEP में शामिल न होने का निर्णय – सही या ग़लत? चर्चा करें।

FAQ

प्रश्न 1: वैश्विक समूह (Global Groupings) क्या होते हैं?

वैश्विक समूह वे अंतरराष्ट्रीय संगठन या मंच होते हैं जिनमें कई देश किसी विशेष उद्देश्य के लिए एक साथ आते हैं। ये समूह आर्थिक, राजनीतिक, पर्यावरणीय, सुरक्षा या तकनीकी सहयोग के लिए बनाए जाते हैं। उदाहरण: G20, BRICS, SCO, SAARC, WTO आदि।

प्रश्न 2: भारत किन-किन प्रमुख वैश्विक समूहों का सदस्य है?

उत्तर:
भारत निम्नलिखित प्रमुख वैश्विक समूहों का सदस्य है:

  • G20 (Group of Twenty)

  • BRICS (Brazil, Russia, India, China, South Africa)

  • SCO (Shanghai Cooperation Organisation)

  • QUAD (India, USA, Japan, Australia)

  • SAARC (South Asian Association for Regional Cooperation)

  • ASEAN के साथ डायलॉग पार्टनर

  • United Nations और इसके विभिन्न निकाय

प्रश्न 3: G20 क्या है और भारत की इसमें क्या भूमिका है?

उत्तर:
G20 एक प्रमुख वैश्विक आर्थिक मंच है जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। इसका उद्देश्य वैश्विक आर्थिक स्थिरता और विकास को बढ़ावा देना है।
भारत 2023 में G20 की अध्यक्षता कर चुका है, जिसमें भारत ने “वसुधैव कुटुम्बकम्” को थीम बनाया।

प्रश्न 4: BRICS क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?

उत्तर:
BRICS एक उभरती अर्थव्यवस्थाओं का समूह है – ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका।
इसका उद्देश्य सदस्य देशों के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देना है।
BRICS ने New Development Bank (NDB) की स्थापना भी की है।

प्रश्न 5: QUAD समूह क्या है?

उत्तर:
QUAD (Quadrilateral Security Dialogue) एक रणनीतिक मंच है जिसमें भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
इसका उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्वतंत्रता, समृद्धि और सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

प्रश्न 6: SCO (शंघाई सहयोग संगठन) क्या है?

उत्तर:
SCO एक यूरेशियाई राजनीतिक और सुरक्षा संगठन है। इसका उद्देश्य क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद-निरोध, आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग है।
भारत 2017 से इसका पूर्ण सदस्य है।

प्रश्न 7: SAARC का क्या उद्देश्य है और इसकी क्या चुनौतियाँ हैं?

उत्तर:
SAARC (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन) दक्षिण एशिया के 8 देशों का समूह है।
इसका उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग, गरीबी उन्मूलन, व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करना है।
चुनौती: भारत-पाक संबंधों के कारण इसकी सक्रियता सीमित हो गई है।

प्रश्न 8: भारत किन प्रमुख वैश्विक समझौतों का हिस्सा है?

उत्तर:
भारत निम्नलिखित महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय समझौतों का हिस्सा है:

  • पेरिस जलवायु समझौता (Paris Agreement)

  • WTO (World Trade Organization)

  • ICMR, WHO, UNFCCC

  • नागरिक परमाणु सहयोग समझौते (जैसे भारत-अमेरिका 123 समझौता)

प्रश्न 9: WTO क्या है और इसमें भारत की भूमिका क्या है?

उत्तर:
WTO (विश्व व्यापार संगठन) वैश्विक व्यापार के नियमों को नियंत्रित करता है।
भारत एक संस्थापक सदस्य है और व्यापार में विकासशील देशों के हितों की रक्षा करता है।

प्रश्न 10: भारत की वैश्विक मंचों पर भूमिका क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर:
भारत एक उभरती आर्थिक शक्ति और सबसे बड़ा लोकतंत्र है।
उसकी भागीदारी वैश्विक निर्णयों को संतुलित और न्यायसंगत बनाती है।
भारत जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, डिजिटल गवर्नेंस, वैश्विक स्वास्थ्य और सतत विकास जैसे मुद्दों पर अहम भूमिका निभा रहा है।

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