Indian Foreign Policy in hindi

Indian Foreign Policy in hindi

भारतीय विदेश नीति Indian Foreign Policy in hindi: UPSC स्तर पर विश्लेषण

🔷 परिभाषा

भारतीय विदेश नीति वह रणनीति है जिसके माध्यम से भारत विश्व के अन्य देशों के साथ अपने संबंधों को संचालित करता है। इसका उद्देश्य भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करना, अंतर्राष्ट्रीय शांति बनाए रखना, और वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका को सशक्त करना है।

🧭 मुख्य उद्देश्य

  1. राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा
  2. आर्थिक विकास हेतु अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
  3. शांति और सुरक्षा की स्थापना
  4. भारतीय प्रवासियों की सुरक्षा
  5. वैश्विक मंच पर भारत की छवि को सुदृढ़ करना

🏛️ भारतीय विदेश नीति के सिद्धांत (Principles)

  1. पंचशील के सिद्धांत – शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पाँच सिद्धांत
  2. गुटनिरपेक्षता (Non-Alignment) – शीतयुद्ध काल में किसी सैन्य गुट में शामिल न होना
  3. वसुधैव कुटुम्बकम् – ‘संपूर्ण विश्व एक परिवार है’ की भावना
  4. संप्रभुता का सम्मान – सभी देशों की संप्रभुता और अखंडता का सम्मान
  5. संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों का पालन
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🌏 महत्वपूर्ण पड़ोसी और अंतरराष्ट्रीय संबंध

  1. चीन
  • सीमा विवाद (डोकलाम, गलवान)
  • व्यापार में असंतुलन
  • BRICS और SCO में सहयोग
  1. पाकिस्तान
  • कश्मीर मुद्दा
  • आतंकवाद और सीमा पार घुसपैठ
  • शांति वार्ता की बाधाएँ
  1. नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार (पड़ोसी पहले नीति)
  • सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध
  • कनेक्टिविटी और जल विवाद
  • SAARC और BIMSTEC में सहभागिता
  1. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
  • रणनीतिक साझेदारी (QUAD, Indo-Pacific)
  • रक्षा समझौते (COMCASA, BECA)
  • व्यापार और तकनीकी सहयोग
  1. रूस
  • ऐतिहासिक मित्रता
  • रक्षा सहयोग (S-400 मिसाइल प्रणाली)
  • बदलती वैश्विक धुरी में संतुलन
  1. मध्य पूर्व (Gulf Countries)
  • ऊर्जा सुरक्षा (कच्चा तेल)
  • प्रवासी भारतीय
  • इस्लामी देशों के साथ संबंध

🛰️ नई विदेश नीति की प्रवृत्तियाँ (Trends in New Indian Foreign Policy)

  1. Act East Policy – दक्षिण-पूर्व एशिया में सक्रिय संबंध
  2. Neighbourhood First – पड़ोसी देशों को प्राथमिकता
  3. SAGAR (Security and Growth for All in the Region) – समुद्री सुरक्षा पर फोकस
  4. Soft Power Diplomacy – योग, संस्कृति, बॉलीवुड, हिंदी प्रचार
  5. Digital Diplomacy – सोशल मीडिया के माध्यम से कूटनीति
  6. Vaccine Maitri – COVID-19 टीके की आपूर्ति द्वारा वैश्विक सहयोग

🔍 महत्वपूर्ण संगठन और पहल

  • UNO, WTO, WHO – भारत की सक्रिय भूमिका
  • BRICS, SCO, G20, QUAD, ASEAN, BIMSTEC
  • ISA (International Solar Alliance) – भारत की जलवायु नेतृत्व

📚 UPSC के लिए प्रमुख बिंदु

  • अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं पर भारत की प्रतिक्रिया
  • विदेश नीति में निरंतरता और परिवर्तन
  • विदेश नीति के सफल उदाहरण (Operation Ganga, Vaccine Maitri, etc.)
  • द्विपक्षीय, त्रिपक्षीय और बहुपक्षीय संबंध

🧠 मूल्यांकन के लिए प्रश्न (Practice Questions for UPSC)

  1. भारत की विदेश नीति में पंचशील का क्या महत्व है?
  2. “Act East Policy” भारत की विदेश नीति में कैसे बदलाव लाती है?
  3. भारत-चीन संबंधों की प्रकृति और उसकी चुनौतियाँ क्या हैं?
  4. SAARC की असफलता के पीछे क्या कारण हैं?
  5. वर्तमान वैश्विक संदर्भ में भारत की ‘गुटनिरपेक्षता’ कितनी प्रासंगिक है?

FAQ

प्रश्न 1: भारतीय विदेश नीति क्या है?

भारतीय विदेश नीति भारत की वह रणनीति है जिसके माध्यम से वह अन्य देशों के साथ अपने राजनीतिक, आर्थिक, रक्षा, सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों को स्थापित व नियंत्रित करता है। इसका उद्देश्य शांति, सहयोग, सुरक्षा और विकास को बढ़ावा देना है।

प्रश्न 2: भारतीय विदेश नीति के मुख्य सिद्धांत क्या हैं?

उत्तर:
भारतीय विदेश नीति के मुख्य सिद्धांत हैं:

  1. पंचशील (Panchsheel) के सिद्धांत

  2. गुटनिरपेक्षता (Non-alignment)

  3. शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व

  4. वैश्विक शांति और सहयोग

  5. क्षेत्रीय सहयोग (विशेष रूप से पड़ोसी देशों के साथ)

प्रश्न 3: पंचशील क्या है?

उत्तर:
पंचशील पाँच सिद्धांतों का एक समूह है जो 1954 में भारत और चीन के बीच समझौते के तहत स्थापित किया गया था। ये हैं:

  1. एक-दूसरे की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान

  2. आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करना

  3. समानता और पारस्परिक लाभ

  4. शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व

  5. आपसी सम्मान

प्रश्न 4: भारत की गुटनिरपेक्ष नीति क्या है?

उत्तर:
गुटनिरपेक्षता का अर्थ है किसी भी अंतरराष्ट्रीय शक्ति गुट (जैसे अमेरिका या रूस) के साथ नहीं जुड़ना। भारत ने शीत युद्ध के समय यह नीति अपनाई ताकि वह स्वतंत्र रूप से अपने हितों के अनुसार निर्णय ले सके।

प्रश्न 5: भारतीय विदेश नीति को कौन बनाता है?

उत्तर:
भारतीय विदेश नीति का निर्माण भारत सरकार द्वारा किया जाता है, जिसमें प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और विदेश मंत्रालय की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी इसमें योगदान करते हैं।

प्रश्न 6: भारत किन देशों के साथ विशेष रणनीतिक साझेदारी करता है?

उत्तर:
भारत ने कई देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी की है, जैसे:

  • अमेरिका

  • रूस

  • जापान

  • फ्रांस

  • ऑस्ट्रेलिया

  • बांग्लादेश

  • नेपाल

  • भूटान

  • इज़राइल

प्रश्न 7: ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ क्या है?

उत्तर:
‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ भारत की एक रणनीति है जिसका उद्देश्य दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को मजबूत करना है। यह ‘लुक ईस्ट पॉलिसी’ का उन्नत रूप है।

प्रश्न 8: भारत की विदेश नीति में हाल के वर्षों में क्या परिवर्तन हुआ है?

उत्तर:
हाल के वर्षों में भारत की विदेश नीति अधिक सक्रिय, आत्मविश्वासी और वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली हुई है। भारत ने जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा और डिजिटल डिप्लोमेसी जैसे क्षेत्रों में अहम भूमिका निभाई है।

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