Urban Development in India in hindi
भारत में शहरी विकास (Urban Development in India)
🔹 भूमिका (Introduction)
शहरी विकास (Urban Development) का अर्थ है शहरों के बुनियादी ढांचे, परिवहन, आवास, जल आपूर्ति, स्वच्छता, पर्यावरण और जीवन गुणवत्ता में सुधार करना। भारत तेजी से शहरीकरण (Urbanization) की ओर बढ़ रहा है, जहाँ 1951 में शहरी आबादी केवल 17% थी, वहीं 2021 में यह 35% से अधिक हो गई है।
शहरी विकास महत्वपूर्ण क्यों है?
✅ आर्थिक गतिविधियों का केंद्र
✅ रोजगार सृजन
✅ बुनियादी सेवाओं की उपलब्धता
✅ जीवन स्तर में सुधार
सरकार ने शहरी विकास के लिए स्मार्ट सिटी मिशन, अमृत योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी, स्वच्छ भारत मिशन जैसी कई योजनाएँ चलाई हैं। लेकिन असमान विकास, झुग्गी बस्तियाँ, यातायात जाम, वायु प्रदूषण और अवसंरचनात्मक समस्याएँ शहरी विकास की प्रमुख चुनौतियाँ बनी हुई हैं।
🔹 भारत में शहरीकरण की स्थिति (Status of Urbanization in India)
📌 वर्तमान स्थिति:
- भारत की शहरी आबादी 480 मिलियन (2021) से अधिक हो चुकी है।
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 2050 तक भारत की 50% से अधिक जनसंख्या शहरी होगी।
- मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद जैसे शहर वैश्विक स्तर पर बड़े आर्थिक हब बन चुके हैं।
📌 मुख्य कारण:
✔ औद्योगीकरण (Industrialization)
✔ रोजगार के अवसर
✔ ग्रामीण-शहरी प्रवासन (Migration)
✔ बुनियादी सेवाओं तक पहुँच
📌 चुनौतियाँ:
🚨 अनियोजित शहरीकरण
🚨 झुग्गी बस्तियों की बढ़ती संख्या
🚨 अवसंरचना पर दबाव
🚨 वायु एवं जल प्रदूषण
🔹 शहरी विकास से जुड़ी प्रमुख योजनाएँ (Major Urban Development Schemes in India)
- स्मार्ट सिटी मिशन (Smart Cities Mission – 2015)
- 100 शहरों को स्मार्ट सुविधाओं से लैस करना।
- आधुनिक डिजिटल तकनीक, बेहतर परिवहन, ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण सुधार।
- उदाहरण: इंदौर, भोपाल, पुणे, सूरत, अहमदाबाद।
- अमृत योजना (AMRUT – Atal Mission for Rejuvenation and Urban Transformation, 2015)
- 500 शहरों में जल आपूर्ति, सीवरेज, सड़कें और ग्रीन स्पेस सुधार।
- प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी (PMAY-U, 2015)
- 2022 तक सभी को आवास उपलब्ध कराना।
- EWS (Economically Weaker Sections) और LIG (Low-Income Groups) को सस्ते मकान।
- स्वच्छ भारत मिशन – शहरी (SBM-U, 2014)
- खुले में शौच मुक्त (ODF) शहर बनाना।
- ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (Solid Waste Management)।
- मेट्रो रेल परियोजनाएँ (Metro Rail Projects)
- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, लखनऊ, जयपुर, नागपुर, कोच्चि आदि में मेट्रो सेवाओं का विस्तार।
- राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM, 2013)
- शहरी गरीबों को रोजगार और कौशल प्रशिक्षण।
🔹 शहरी विकास की प्रमुख चुनौतियाँ (Challenges of Urban Development in India)
- अनियोजित शहरीकरण (Unplanned Urbanization)
- शहरों का बेतरतीब विस्तार जिससे बुनियादी सुविधाओं पर बोझ बढ़ रहा है।
- झुग्गी-झोपड़ियों (Slums) की संख्या बढ़ रही है, विशेषकर मुंबई, दिल्ली और कोलकाता में।
- बुनियादी सुविधाओं की कमी (Lack of Basic Infrastructure)
- जल आपूर्ति, सीवरेज, कचरा प्रबंधन और परिवहन सेवाओं की कमी।
- यातायात और परिवहन की समस्या (Traffic Congestion & Transport Issues)
- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता में भारी ट्रैफिक।
- सार्वजनिक परिवहन प्रणाली का अभाव।
- पर्यावरणीय समस्याएँ (Environmental Issues)
- वायु प्रदूषण: दिल्ली-NCR में बढ़ता PM 2.5 और PM 10 स्तर।
- जल प्रदूषण: नदियों में अपशिष्ट जल का प्रवाह (गंगा, यमुना)।
- कचरा प्रबंधन: ठोस कचरे का वैज्ञानिक निपटान नहीं हो पा रहा।
- आर्थिक असमानता (Economic Disparity)
- शहरी गरीबों और अमीरों के बीच बड़ा अंतर।
- झुग्गी क्षेत्रों में रहने वालों को स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएँ नहीं मिल पा रही हैं।
- शहरी नियोजन की कमी (Lack of Urban Planning)
- भारत में अभी भी मास्टर प्लान और भूमि उपयोग नियोजन की कमी है।
🔹 शहरी विकास के लिए संभावित समाधान (Way Forward for Urban Development in India)
✅ 1. टिकाऊ और योजनाबद्ध शहरीकरण (Sustainable and Planned Urbanization)
- स्मार्ट सिटी मॉडल को बढ़ावा देना।
- शहरी नियोजन के लिए GIS और डिजिटल मैपिंग तकनीकों का उपयोग।
✅ 2. स्मार्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम (Smart Transport System)
- मेट्रो, बस रैपिड ट्रांजिट (BRT), इलेक्ट्रिक वाहन और साइकिल ट्रैक विकसित करना।
✅ 3. हरित और टिकाऊ शहर (Green & Sustainable Cities)
- नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों (Renewable Energy) का उपयोग बढ़ाना।
- शहरी क्षेत्रों में अधिक हरी जगह (Green Spaces) विकसित करना।
✅ 4. कचरा प्रबंधन में सुधार (Improved Waste Management)
- कचरा पृथक्करण (Waste Segregation) को अनिवार्य बनाना।
- रीसाइक्लिंग और कम्पोस्टिंग (Recycling & Composting) को बढ़ावा देना।
✅ 5. झुग्गी पुनर्वास और सस्ते आवास (Slum Rehabilitation & Affordable Housing)
- प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत सस्ते और टिकाऊ घरों का निर्माण।
✅ 6. डिजिटल और स्मार्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग (Use of Digital & Smart Technologies)
- IoT, AI और Big Data का उपयोग कर शहरों की रियल-टाइम निगरानी।
- स्मार्ट ट्रैफिक लाइट्स और इंटीग्रेटेड पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम।
🔹 संभावित UPSC प्रश्न (UPSC-Level Questions on Urban Development)
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims):
- स्मार्ट सिटी मिशन का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- अमृत योजना किन क्षेत्रों में विकास के लिए लागू की गई है?
- राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM) का क्या उद्देश्य है?
मुख्य परीक्षा (Mains):
- “भारत में शहरी विकास में सार्वजनिक परिवहन की भूमिका” पर चर्चा करें। (10 अंक, 150 शब्द)
- “भारत में अनियोजित शहरीकरण से उत्पन्न समस्याएँ और उनके समाधान” पर विस्तार से चर्चा करें। (15 अंक, 250 शब्द)
- “स्मार्ट सिटी मिशन की प्रगति और प्रभाव का विश्लेषण करें।” (15 अंक, 250 शब्द)
🔹 निष्कर्ष (Conclusion)
शहरी विकास भारत के आर्थिक और सामाजिक विकास का अभिन्न अंग है। भारत को स्मार्ट, हरित और टिकाऊ शहरों के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ना होगा, ताकि शहरीकरण से उत्पन्न चुनौतियों को अवसरों में बदला जा सके।
FAQ
1. शहरी विकास (Urban Development) क्या होता है?
2. भारत में शहरी विकास की जरूरत क्यों है?
उत्तर:
-
बढ़ती शहरी आबादी
-
अव्यवस्थित शहरीकरण
-
झुग्गी-झोपड़ियों की वृद्धि
-
ट्रैफिक, प्रदूषण और अवसंरचना की समस्याएँ
-
आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बनते शहर
3. शहरी विकास से जुड़ी भारत सरकार की प्रमुख योजनाएँ कौन-सी हैं?
उत्तर:
-
स्मार्ट सिटी मिशन
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अटल नवीकरण और शहरी रूपांतरण मिशन (AMRUT)
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प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी (PMAY-U)
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स्वच्छ भारत मिशन – शहरी
-
HRIDAY योजना (Heritage City Development and Augmentation Yojana)
-
मेट्रो रेल परियोजनाएँ
4. स्मार्ट सिटी मिशन क्या है?
उत्तर:
यह मिशन चयनित शहरों को “स्मार्ट” और टिकाऊ बनाने के लिए शुरू किया गया है, जिसमें बेहतर बुनियादी ढांचा, तकनीक का उपयोग, स्मार्ट ट्रैफिक, जल प्रबंधन और नागरिक सेवाओं का डिजिटलीकरण शामिल है।
5. AMRUT योजना का उद्देश्य क्या है?
उत्तर:
AMRUT (Atal Mission for Rejuvenation and Urban Transformation) का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में जल आपूर्ति, सीवरेज, पार्कों और सार्वजनिक परिवहन जैसे बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाना है।
6. शहरी क्षेत्रों में पर्यावरणीय समस्याएँ क्या हैं?
उत्तर:
-
वायु और जल प्रदूषण
-
कचरा प्रबंधन की समस्या
-
हरित क्षेत्र में कमी
-
शोर प्रदूषण
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शहरी गर्म द्वीप प्रभाव (Urban Heat Island Effect)
7. शहरी विकास में स्थानीय निकायों (Municipalities) की क्या भूमिका है?
उत्तर:
स्थानीय निकाय शहरी सेवाओं जैसे पानी, सफाई, सड़क, कचरा प्रबंधन, भवन अनुमति आदि का प्रबंधन करते हैं। वे शहरी विकास की रीढ़ माने जाते हैं।
8. शहरीकरण के क्या फायदे और नुकसान हैं?
उत्तर:
फायदे:
-
रोजगार के अवसर
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बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं
-
औद्योगिक और आर्थिक विकास
नुकसान:
-
भीड़भाड़
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अव्यवस्थित विकास
-
बढ़ता प्रदूषण
-
आवास की समस्या
9. शहरी विकास में ICT का क्या योगदान है?
उत्तर:
ICT (सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी) से शहरी सेवाएं डिजिटली होती हैं, जैसे स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम, ई-गवर्नेंस, ऑनलाइन बिलिंग, मोबाइल एप्स द्वारा सेवा प्रबंधन आदि।
10. भारत में शहरी विकास की मुख्य चुनौतियाँ क्या हैं?
उत्तर:
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तेजी से बढ़ती जनसंख्या
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झुग्गी-झोपड़ी की बढ़ती संख्या
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बुनियादी सुविधाओं की कमी
-
कचरा प्रबंधन की समस्या
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वित्तीय और प्रशासनिक अड़चनें